



झांसी में 10वीं कक्षा की छात्रा की गला घोटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। हत्या को सुसाइड का रूप देने के लिए पंखे पर दुपट्टा का फंदा लटकाया गया। फिर शव को पंखे के नीचे डाल दिया गया। परिवार के लोग पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। वे आनन फानन में छात्रा को मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या का शक करीबियों पर है। पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजीव नगर की है। यहां रहने वाले विनोद अहिरवार की 16 साल की बेटी दीक्षा निर्मला कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ती थी। पिता ने बताया कि शनिवार शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक मेरी बेटी घर पर अकेली थी। इसके बाद मैं छोटे बेटे विवेक के साथ घर पहुंचा तो दीक्षा बेसुध हालत में जमीन पर पड़ी थी, जबकि दुपट्टा का फंदा पंखे पर लटका था। तुरंत बेटी को मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दीक्षा के पिता ट्रेलर का काम करते हैं, वे दुकान पर थे। जबकि मां मीना रोजाना की तरह रेलवे स्टेशन पर ठेकेदार की फर्म पर खाना बनाने गई थी। बड़ा भाई सनी भी दुकान पर काम करने गया था। घर पर दीक्षा और उसका छोटा भाई विवेक (15) थे।
विवेक ने बताया कि शाम 6 बजे मैं ट्यूशन चला गया। तब बहन को टीवी पर गाना सुनते छोड़ गया था। जब रात करीब 8 बजे वह पिता के साथ घर लौटा तो बहन जमीन पर पड़ी थी। पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम में गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि हुई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की धरपड़क शुरू कर दी है।
पिता ने बताया कि “मेरी बेटी पढ़ने में बहुत होशियार थी। पूरा परिवार उसको प्यार करता था। हाल फिलहाल किसी ने उसको डांटा भी नहीं। शनिवार को पेरेंट्स मीटिंग थी, लेकिन बारिश के चलते स्कूल नहीं जा पाए। इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे बेटी ट्यूशन गई थी। वहां से 3 बजे घर लौट आई थी। इसके बाद वह टीवी देख रही थी।
पिता ने आगे बताया कि घर घनी आबादी मे हैं। आसपास किराएदार भी रहते हैं, ऐसे में किसी अज्ञात व्यक्ति के घर में आने की कोई आशंका नहीं है। पहले पिता ने सुसाइड की आशंका जताई थी।
पिता ने बताया कि बेटी को पड़ोस का एक युवक परेशान करता था। वह स्कूल-ट्यूशन आते-जाते पीछा करता था। एक बार वह बहला फुसलाकर बेटी को घुमाने भी ले गया था। तब घर पर पता चल गया। बेटी ने बताया था कि वो परेशान कर रहा है। करीब 8 माह पहले प्रेमनगर थाने में शिकायत दी थी। लेकिन लड़के ने माफी मांग ली थी तो राजीनामा कर लिया था। इसके बाद बेटी ने उसकी कोई शिकायत नहीं की।
सदर सीओ स्नेहा तिवारी का कहना है कि छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।